top of page
246197840_10226571348292664_4278207531533268293_n.jpg

धन्नावंशी समाज में पूर्वकाल में ३५ महंतद्वार सक्रिय हुआ करते थे, जो समाज की सामाजिक, धार्मिक एवं संगठनात्मक व्यवस्था का संचालन करते थे।
समाज से संबंधित प्रमुख निर्णय इन्हीं महंतद्वारों के माध्यम से लिए जाते थे।

इन महंतद्वारों में से कुछ के नाम निम्नलिखित हैं —

नागौर जिला

 

1. जायल

2. मूंडवा

3. तरणाऊ

4. बीटण

5. भदोरा

6. निम्बोल

7. निम्बी जोधा

8. कसूम्बी

9. आसोप

-----------

चूरू जिला

 

1. गोपालपुरा

2. खारिया

3. चूरू

4. कड़वासर

5. बुकणसर

6. साहवा

-----------

जोधपुर जिला

 

1. खुडाला

2. गोरधननाथ मंदिर, जोधपुर

3. बांके मोहब्बत बिहारी मंदिर, जोधपुर

4. मोतीबाई मंदिर, जोधपुर

5. रड़ोद

-----------

अन्य जिले

 

1. गारबदेसर (बीकानेर)

2. थावरिया (बीकानेर)

3. महाजन (बीकानेर)

4. बाड़ी जोड़ी (सीकर)

5. नोहर (हनुमानगढ़)

6. भादरा (हनुमानगढ़)

7. बिठौड़ा कलां ( पाली )

-----------

महंतद्वारों का इतिहास, उनकी कार्यप्रणाली तथा उनसे संबंधित अनेक महत्वपूर्ण जानकारियाँ बहुत ही शीघ्र इस वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
हमारा प्रयास है कि धन्नावंशी परंपरा की इस अमूल्य धरोहर को विस्तृत रूप में आप सभी तक पहुँचाया जाए।

आप सभी श्रद्धेयजनों से विनम्र निवेदन है कि यदि आपके पास किसी भी महंतद्वार से संबंधित ऐतिहासिक विवरण, कार्य-संस्कृति, या अन्य कोई जानकारी उपलब्ध हो, तो कृपया हमें प्रेषित करें।
आप अपनी जानकारी ईमेल अथवा व्हाट्सएप (9350308314) के माध्यम से साझा कर सकते हैं।

आपका योगदान इस पावन परंपरा के संरक्षण में अत्यंत मूल्यवान सिद्ध होगा।

bottom of page